शुक्रवार, 17 सितंबर 2010

ये कैसे न्यायाधीश

न्यायाधीश शब्द का अर्थ ही होता है- न्याय का देवता, मालिक। इस घोर कलयुग में हालत ये है कि ये देवता भी.........................। कल ख़बर मिली कि एक पूर्व कानून मंत्री ने खुलासा किया है कि अब तक देश में सोलह मुख्य न्यायाधीशों में आठ भ्रष्ट रहे हैं। ये कोई खबर नहीं है। पहले भी एक मुख्य न्यायाधीश ये कह चुके हैं कि करीब 30 फीसदी जजों के लैपटाप में हर मामले के दो-दो फैसले पाए गए। जिधर से रिश्वत की पेशकश हो जाती, उसी के पक्ष में फैसला सुना दिया जाता। न्यायपालिका का ये हाल। लानत है।

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