गुरुवार, 13 मई 2010

नए मुख्य न्यायाधीश




न्यायमूर्ति जे. एस. कपाड़िया देश के 38वें मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए
गये हैं। चौथे दर्जे की नौकरी से कैरियर की शुरुआत करनेवाले जस्टिस
कपाड़िया नें जीवन के कई पड़ाव देखे हैं। सनातन और बौद्ध धर्म का आपको
गहरा ज्ञान है।
इन्होनें ऐसे समय में पदभार ग्रहण किया है जब हमारी न्याय-प्रणाली कई
मोर्चों पर एक साथ जूझ रही है। जस्टिस दिनारन का मामला अभी सुलझा नहीं
है। वर्तमान में कई न्यायाधीशों पर आय से अधिक संपति के आरोप लगने भी
शुरु हो गए हैं। अपने वास्तविक उद्देश्य से भटकाव के वातावरण में हम
नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश से आशा करते हैं कि परिदृश्य में सकारात्मक
बदलाव होंगे। उनके संघर्षपूर्ण जीवन के अनुभव और ज्ञान का लाभ जनता को
मिलेगा।

4 टिप्‍पणियां:

  1. पंकज जी अपनी त्वरीत टिप्पणीयों के लिये जाने जाते है।
    कई बार तो उनके माध्यम से ही सुचनायें प्राप्त होती है.
    बी बी सी है आप...........

    जवाब देंहटाएं
  2. पंकज जी अपनी त्वरीत टिप्पणीयों के लिये जाने जाते है।
    कई बार तो उनके माध्यम से ही सुचनायें प्राप्त होती है.
    बी बी सी है आप...........

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  3. अच्छी जानकारी दी है.
    धन्यवाद.

    जवाब देंहटाएं
  4. ये वर्ड वेरिफिकेशन (Word Verification) बीच में दीवार बन जाता है.
    आप यदि इसे कृपा करके हटा दें, तो हमारे लिए आपकी तारीफ़ करना आसान हो जायेगा.

    यदि फ़िर भी कोई समस्या हो तो यह लेख देखें -


    वर्ड वेरिफिकेशन क्या है और कैसे हटायें ?

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